बिहार चुनाव में कौन किसके खिलाफ लड़ रहा है, इसकी तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है। इस बार पार्टियों ने प्रत्याशियों का चयन करते समय सामाजिक समीकरण साधने की पूरी कोशिश की है। इसके चलते कई सीटों पर एनडीए और महागठबंधन दोनों ने ही एक ही जाति का उम्मीदवार उतार दिया है। इस तरह बिहार की 70 सीटें ऐसी है जिसमें एक ही जाति के प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है।
सबसे अधिक यादव जाति के प्रत्याशियों में टक्कर है। 23 सीट ऐसी हैं जहां मुख्य मुकाबले में इसी जाति के उम्मीदवार हैं। इसके बाद नंबर आता है भूमिहार जाति का। कुल 13 सीटाें पर इसी जाति के लोग आपस में चुनाव लड़ रहे हैं। राजपूत-राजपूत के बीच 06 सीटों पर मुकाबला होगा। ब्राह्मण प्रत्याशियों के बीच पांच सीट पर टक्कर है तो 4 सीट ऐसी है जहां मुस्लिम-मुस्लिम के बीच टक्कर है। एक सीट ऐसी है जहां कुर्मी जाति के प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है।
महागठबंधन में किस वर्ग को किसने दिया कितना प्रतिनिधित्व
राजद
जाति सीट प्रतिशत
पिछ़डा 73 (51 प्रतिशत)
अति पिछड़ा 24 (51 प्रतिशत)
अल्पसंख्यक 15 (11 प्रतिशत)
स्वर्ण 13 (09 प्रतिशत)
दलित 14 (09 प्रतिशत)
एसटी 02 (1.3 प्रतिशत)
महिला : 17 (12 प्रतिशत)
कांग्रेस
सवर्ण 34 (49 प्रतिशत)
पिछड़ा 10 (14 प्रतिशत)
अति पिछड़ा 3 (04 प्रतिशत)
दलित 13 (19 प्रतिशत)
अल्पसंख्यक 10 (14 प्रतिशत)
महिला : 7 (10 प्रतिशत)
एनडीए में किस वर्ग को किसने दिया कितना प्रतिनिधित्व
भाजपा :
जाति संख्या प्रतिशत
दलित : 16 14.54
सवर्ण : 50 45.45
पिछड़ा-अतिपिछड़ा : 44 40
महिला : 13 11.81
मुस्लिम : 00 00
जदयू :
जाति संख्या प्रतिशत
दलित : 18 15.65
सवर्ण : 19 16.52
पिछड़ा : 45 39
अतिपिछड़ा : 19 16.52
महिला : 22 19.13
मुस्लिम : 11 09.56