भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रवीन्द्र रैना ने संविधान का अनुच्छेद 370 बहाल करने का समर्थन करने के लिये कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम पर शनिवार को निशाना साधते हुए कहा कि ”वह चीन और पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं और उनके आईएसआई तथा नक्सलियों से संबंध हो सकते हैं।
रैना ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी को चिदंबरम और दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं को ”देश के खिलाफ” बोलने देने के लिये माफी मांगनी चाहिये।
चिदंबरम ने कथित रूप से कहा था कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा और लोगों के अधिकार बहाल करने के लिये मजबूती से खड़ी है। उन्होंने कहा था कि पांच अगस्त, 2019 को नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा लिये गए ”मनमाने और असंवैधानिक” फैसले को वापस लिया जाना चाहिये।
चिदंबरम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रैना ने कहा कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और नक्सलियों से संबंध हो सकते हैं।
रैना ने ट्विटर पर अपने एक वीडियो बयान में कहा, ”कांग्रेस के नेताओं ने हमेशा देश की पीठ में छुरा घोंपा है। अनुच्छेद 370 आतंकवाद, अलगाववाद और पाकिस्तान समर्थक विचारधारा का जन्मदाता और जम्मू-कश्मीर में खून-खराबे का मुख्य कारण था। चिदंबरम पाकिस्तान के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की भाषा बोल रहे हैं।”
इधर, केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर कांग्रेस पर यह कहते हुए निशाना साधा है कि जब उनके वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम और दिग्विजय सिंह कह रहे हैं कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने का फैसला गलत है तो क्या कांग्रेस ये बिहार चुनाव में घोषणा पत्र में शामिल करेगी।
प्रकाश जावड़ेकर ने आगे कहा, कांग्रेस को यह मालूम है कि अनुच्छेद 370 को खत्म करने के फैसले का पूरे देश ने स्वागत किया है। जो थोड़े अलगाववादी हैं उनके सुर में सुर मिलाकर कांग्रेस बोल रही है। केन्द्रीय मंत्री ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए हमला किया। उन्होंने कहा- राहुल गांधी भी पाकिस्तान की प्रशंसा करते हैं, किसी भी विषय पर पाकिस्तान की प्रशंसा करना, चीन की प्रशंसा करना इनको अच्छा लगता है।