कोरोनावायरस से संक्रमित गर्भवती महिलाओं में दो महीने या उससे ज्यादा समय तक लक्षण दिखाई देते हैं। एक हालिया शोध में यह खुलासा किया गया है। शोधकर्ताओं ने पाया कि कोरोना से संक्रमित आधी गर्भवती महिलाओं में खांसी, गले में खराश और बदन दर्द के लक्षण तीन हफ्ते बाद तक दिखाई देते हैं।
वहीं, 25 फीसदी गर्भवतियों में आठ हफ्ते तक यह लक्षण रहते हैं। वहीं, 10 फीसदी गर्भवती महिलाओं स्वाद और गंध की शक्ति क्षीण होने जैसे लक्षण रहते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन फ्रांसिस्को और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया लॉस एंजेलिस के शोधकर्ताओं की टीम ने कहा कि इस शोध के परिणाम से गर्भवती महिलाओं और उनके चिकित्सकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि उन्हें कोरोना संक्रमण है या नहीं।
प्रमुख शोधकर्ता वेनेसा जाकोबी ने कहा, हमने पाया कि गर्भवती महिलाएं कोरोना संक्रमित होने पर लंबे समय तक बीमार रहती हैं। इससे उनपर और उनके बच्चों के स्वास्थ्य पर लंबे समय तक बुरा प्रभाव पड़ सकता है। शोधकर्ताओं की टीम ने कोरोना से संक्रमित 594 महिलाओं की निगरानी की। मार्च से जुलाई के बीच इनपर निगरानी की गई।
आब्सटेट्रिक्स एंड गायनाकोलॉजी में प्रकाशित शोध में पाया गया कि गर्भवती महिलाओं में कई सामान्य लक्षण दिख रहे थे। 20 फीसदी महिलाओं में खांसी, 16 फीसदी में गले में खराश और 12 फीसदी में बदन दर्द जैसे लक्षण देखे गए। 60 फीसदी महिलाओं में संक्रमण के चार हफ्तों के बाद कोई लक्षण नहीं थे। वहीं, 25 फीसदी गर्भवती महिलाओं में आठ हफ्तों तक लक्षण दिखाई दिए। ज्यादातर महिलाओं में हल्के लक्षण दिखे।