हाथरस केस को लेकर चल रही जांच के बीच एक वीडियो सामने आया है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो 14 सितंबर को रिकॉर्ड किया गया है। वारदात के बाद खेत में शूट किए गए इस वीडियो में चप्पल, हसियां अन्य सामान बिखरे दिख रहे हैं। ऐसे कहा जा रहा है घटना के समय कई लोग थे। इसके साथ यह भी कहा जा रहा है कि वारदात के समय पीड़िता की मां कुछ ही दूरी पर थी, ऐसे में उनके पास तक आवाज पहुंच सकती थी।
पुलिस का दावा है कि वारदात के बाद मौके पहुंची टीम ने यह ने वीडियो शूट किया था। वीडियो में 4 हसियां ,चप्पल और अन्य सामान बिखरा दिख रहा है जो यह साबित करता है कि घटना के वक्त वहां पर कई लोग मौजूद थे। अब इस वीडियो के सामने आने के बाद यूपी पुलिस का कहना है कि सबूत के तौर पर इसे सीबीआई को सौंपा जाएगा, ताकि घटना के बाद की स्थिति की जानकारी जांच एजेंसी को मिल सके।
आप को बता दें कि हाथरस जिले के एक गांव में 14 सितंबर को 19 वर्षीय दलित लड़की से चार लड़कों ने कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया था। इस लड़की की बाद में 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। मौत के बाद आनन-फानन में पुलिस ने रात में अंतिम संस्कार कर दिया था, जिसके बाद काफी बवाल हुआ। परिवार का कहना है कि उसकी मर्जी से पुलिस ने पीड़िता का अंतिम संस्कार किया, वहीं पुलिस ने इन दावों को खारिज किया। घटना को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गए। विपक्ष हमलावर हो गया।
पीड़िता के परिवार और विपक्ष के आरोपों के मद्देनजर यूपी सरकार ने पहले तीन सदस्यीय एसआईटी गठित कर जांच के आदेश दिए थे। लेकिन इस कांड को लेकर सरकार और पुलिस के एक्शन पर सवाल उठने लगे थे, जिसके बाद यूपी सरकार ने सोमवार को यह मामला सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया।