उत्तर प्रदेश में हवाई सेवा का विस्तार करने के लिए राज्य सरकार ने ज्यादा से ज्यादा हवाई अड्डों का निर्माण करने का लक्ष्य रखा है। यूपी के नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक सुरेंद्र सिंह ने बुधवार को बताया कि राज्य के प्रत्येक डिवीजन में कम से कम एक हवाई अड्डे का निर्माण किया जाएगा।
सुरेंद्र सिंह ने बताया कि विमानन क्षेत्र सिर्फ नोएडा तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना इसे पूरे राज्य में विकसित करने की है। इसके लिए सरकार ने प्रत्येक डिवीजन में एक हवाई अड्डा बनाने की योजना बना रही है। राज्य में कुल 18 डिवीजन हैं और हमारे पास अगले दो से तीन साल में 20 हवाई अड्डों के निर्माण करने की योजना तैयार है।
अकेले पश्चिमी यूपी में सरकार ने सहारनपुर, मेरठ, अलीगढ़, नोएडा और मुरादाबाद में एक-एक हवाई अड्डा बनाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि मेरठ हवाई अड्डे के लिए जल्द ही भूमि अधिग्रहण करने की संभावना है। इसके बाद यहां काम शुरू हो जाएगा। पश्चिमी यूपी में सहारनपुर, मेरठ, अलीगढ़, नोएडा और मुरादाबाद हवाई अड्डों के लिए जल्द ही काम शुरू होना है।
उन्होंने कहा कि हिंडन एयरपोर्ट पर पहले से ही परिचालन शुरू हो चुका है। इसके अलावा हमने पूर्वी यूपी के शहरों जैसे आजमगढ़, चित्रकूट, सोनभद्र, श्रावस्ती और अयोध्या में हवाई अड्डों के निर्माण की योजना बनाई है। हमने बुंदेलखंड के ललितपुर डिवीजन में हवाई अड्डे के लिए 78 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है और झांसी डिवीजन में एक हवाई अड्डे के लिए भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। सुरेंद्र सिंह ने कहा कि किसी ने भी इन शहरों को हवाई संपर्क से जोड़ने के बारे में नहीं सोचा था।
अयोध्या में यूपी सरकार के पास पहले से ही 200 एकड़ जमीन है। वहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के लिए 400 एकड़ और जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया जारी है। कुशीनगर हवाई अड्डे से अक्टूबर के अंत तक उड़ान शुरू हो जाने की संभावना है। सुरेंद्र सिंह ने कहा कि हम मार्च 2021 तक आजमगढ़, श्रावस्ती, मुरादाबाद और अलीगढ़ में काम शुरू करने की योजना बना रहे हैं। 2016 में यूपी में प्रतिदिन सिर्फ 37 विमान उड़ान भरते थे। अब यह संख्या बढ़कर 63 हो गई है। हम विकास को बढ़ावा देने के लिए हवाई संपर्क पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।