उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड के बाद अब मध्य प्रदेश में भी दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में चिचली थाना क्षेत्र के एक गांव में गैंगरेप का शिकार हुई एक विवाहित दलित महिला ने शुक्रवार को आत्महत्या कर ली। 32 वर्षीय इस महिला के साथ चार दिन पहले तीन लोगों ने कथित तौर पर गैंगरेप किया था। बताया जा रहा है कि गैंगरेप के बाद पुलिस ने कई दिनों तक मामला दर्ज नहीं किया, जिससे परेशान होकर पीड़िता ने खुदकुशी कर ली। पीड़िता के परिवार का आरोप है कि पुलिस ने पिछले तीन दिन में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया।
अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने, जिस चौकी प्रभारी ने इस मामले में प्राथमिकी नहीं लिखी, उसके खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर गिरफ्तार करने के निर्देश देने के साथ-साथ वहां के दो पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश भी दिए हैं। बता दें कि शुक्रवार को पुलिस ने गैंगरेप के एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, वहीं दो अन्य लोगों को पीड़िता को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
गाडरवारा के अनुविभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीओपी) सीताराम यादव ने शुक्रवार को बताया कि मामले में गोटटोरिया पुलिस चौकी के प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक मिश्रीलाल कोडपे को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही गैंगरेप के आरोप में तीन आरोपियों अरविंद चौधरी, परसू चौधरी और अनिल राय के खिलाफ भादंवि की धारा 376-डी के तहत मामला दर्ज कर एक आरोपी अरविंद को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।