सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर उनके परिवार के वकील विकास सिंह ने बड़ा दावा किया है। विकास सिंह ने दावा किया है कि सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या नहीं हुई बल्कि गला घोंटकर हत्या की गई थी। हालांकि, उन्होंने यह दावा एम्स टीम के एक डॉक्टर के हवाले से किया है। इस दावे पर रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानशिंदे की प्रतिक्रिया आई है। सतीश मानशिंदे ने कहा कि फोटोग्राफ्स के आधार पर एम्स के डॉक्टर द्वारा यह कहना कि सुशांत की मौत 200 फीसदी गला घोंटने से हुई, यह ट्रेंड काफी खतरनाक है। एम्स डॉक्टर के इस दावे के बाद उन्होंने सीबीआई को नए मेडिकल बोर्ड गठित करने की मांग की है।
सतीश मानशिंदे ने कहा, ‘सुशांत सिंह राजपूत केस में डॉ गुप्ता की अध्यक्षता वाली एम्स डॉक्टरों की टीम में से एक डॉक्टर का फोटोग्राफ्स के आधार पर यह कहना कि सुशांत की मौत 200 फीसदी गला घोंटने से हुई है, यह खतरनाक ट्रेंड है। जांच को निष्पक्ष और दखल से मुक्त रखने के लिए सीबीआई को एक नए मेडिकल बोर्ड का गठन करना चाहिए। बिहार चुनाव से पहले स्पष्ट कारणों के लिए पूर्व निर्धारित परिणाम तक पहुंचने के लिए एजेंसियों पर दबाव डाला जा रहा है। हमने कुछ दिनों पहले ही डीजीपी पद से गुप्तेश्वर पांडे को वीआरएस लेते देखा है। इस तरह के कदम का दोहराव नहीं होना चाहिए।’
सुशांत राजपूत के पिता के वकील बोले, केस की जांच भटक कर ड्रग्स की ओर चली गई
दरअसल, सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के वकील विकास सिंह ने दावा किया था कि सुशांत सिंह राजपूत को मौत के लिए उकसाने के दावे को मर्डर में बदलने में होने वाली सीबीआई की देरी से मैं फ्रस्ट्रेट हो रहा हूं। एम्स टीम के ही एक डॉक्टर ने मुझे बताया था कि जो फोटोज मैंने उन्हें भेजी थीं, वे 200 फीसदी इशारा कर रही हैं कि सुशांत की मौत गला घोंटने से हुई मौत है ना कि आत्महत्या से।
विकास सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सुशांत का परिवार ऐसा महसूस कर रहा है कि जांच अलग दिशा में जा रही है। सभी ध्यान अब ड्रग्स केस की तरफ मोड़ दिया गया है। सुशांत के पिता के वकील ने आगे कहा, आज हम असहाय हैं क्योंकि हम ये नहीं जानते हैं कि केस किस दिशा में जा रहा है। आज की तारीख तक, सीबीआई ने एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है जिससे पता लग सके कि उन्हें क्या मिला है। जिस गति से जांच हो रही है उससे मैं खुश नहीं हूं।