महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं की हत्या का मामला मंगलवार को संसद में उठाया गया। लोकसभा में भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने पालघर में अप्रैल में दो साधुओं और उनके चालक की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने की घटना के पीछे षड्यंत्र होने का आरोप लगाते हुए सीबीआई और एनआईए जैसी एजेंसियों से इसकी जांच कराने की मांग की।
साध्वी प्रज्ञा ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा कि पता लगाया जाना चाहिए कि वहां कोरोना वायरस महामारी के समय में भीड़ क्यों एकत्रित थी और निर्दोष साधुओं को क्यों मार दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस जगह उक्त घटना घटी, उस क्षेत्र में माकपा के लोगों का दबदबा है और पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं।
गौरतलब है कि पालघर में दो साधुओं की हत्या के मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया था, जिसमें महाराष्ट्र पुलिस ने सीबीआई जांच की मांग का विरोध किया था। पुलिस ने कहा था कि याचिका खारिज करने के साथ याचिकाकर्ता पर जुर्माना भी लगाया जाना चाहिए। सीआईडी की जांच के बाद पुलिस पहले ही दो चार्जशीटें दायर कर चुकी है।
बता दें कि यह घटना 16 अप्रैल को गडचिंचले गांव में हुई थी। दो साधु मुंबई से एक कार से अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने सूरत जा रहे थे। उनका चालक भी उनके साथ था। गांव में एक भीड़ ने उन्हें रोका और बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।