दिल्ली पुलिस ने नकली ठेकेदार बनकर पश्चिमी दिल्ली से महानगर टेलिफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) की अंडरग्राउंड केबल चुराने वाले आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। ये सभी बिहार के एक ही गांव के रहने वाले हैं।
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मौशिर सिद्दीकी (25), अजहरुद्दीन (33), परवेज (24), शाकिब (35), लड्डू (24), मंजूर आलम (39), शाहिद (43) और मोहम्मद यूसुफ के रूप में की गई है, जो केबल निकालने के एमटीएनएल के जाली आदेश तैयार करते थे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि 31 अगस्त और 1 सितंबर की रात को ये लोग जनकपुरी के ए -1 ब्लॉक में गए और एक जेसीबी मशीन की मदद से केबल खोदकर तार चुरा लिया।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) दीपक पुरोहित ने कहा कि जांच के दौरान टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर मौशिर सिद्दीकी और परवेज को गिरफ्तार किया गया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने जाली कार्य आदेश और अधिकार पत्र भी बरामद कर लिए।
इसके बाद इस काम में शामिल अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। डीसीपी ने कहा कि ये सभी बिहार के तरन गांव के रहने वाले हैं, जो दिल्ली आकर सीलमपुर इलाके में रहने लगे थे।
अजहरुद्दीन जो सीलमपुर में एक स्क्रैप डीलर के रूप में काम करता है, उसने अपने गांव के सभी व्यक्तियों को इकट्ठा किया और केबल चोरी करने की योजना बनाई। पुलिस ने कहा कि उन्होंने केबल खोदने के लिए एक जेसीबी मशीन की व्यवस्था की।
उन्होंने पहले उन साइटों की पहचान की, जहां से उन्हें केबल चुरानी थी। इसके बाद, वे उस साइट का जाली वर्क ऑर्डर तैयार करते थे और उस कागज को सरकारी दस्तावेज के रूप में इस्तेमाल करते थे। बाद में, वे एक जेसीबी मशीन की व्यवस्था करते थे और साइट से केबल खोदकर उन्हें सीलमपुर में अजहरुद्दीन के एक गोदाम में इकट्ठा करते थे। इसके बाद, वे उन केबल काटते थे और केबल से तांबे के तारों को निकालते थे और स्थानीय बाजारों में बेचते थे।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के कब्जे से कुल 60 फीट की चोरी की केबल, केबल खोदने के लिए जाली एमटीएनएल के ऑर्डर, एक जेबीसी मशीन, एक मोटरसाइकिल, 10 हथौड़े और अन्य सामान बरामद किए गए हैं।