महामारी जहां दुनियाभर में आर्थिक तंगी ले आयी, वहीं इस वक्त में अरबपतियों ने खूब कमाई की है। एक ताजा आकलन से पता लगा है कि महामारी के छह माह बाद अमेरिका के 643 अरबपतियों की संपत्ति तीन गुना बढ़ गई। अमेरिका के प्रोग्रेसिव थिंकटैंक ‘द इंस्टीट्यूट फॉर पॉलिसी स्टडीज’ की ताजा रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है।
अमेरिका में तालाबंदी 13 मार्च को शुरू हुई, लगभग इसी वक्त दूसरे देशों ने भी राष्ट्रीय स्तर पर तालाबंदी लागू की। अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि इस अवधि से लेकर 15 सितंबर के बीच 643 अरबपतियों की कुल संपत्ति में 29 प्रतिशत का उछाल आया। उनकी संपत्ति 2.95 खरब डॉलर से बढ़कर 3.8 खरब डॉलर हो गई। यह रिपोर्ट तैयार करने के लिए अध्ययनकर्ताओं ने फोर्ब्स द्वारा जारी होने वाले अरबपतियों से जुड़े वार्षिक डाटा की सहायता ली।
एलेन मस्क : 274% उछाल आया कमाई में
इलेक्ट्रिक कार व अन्य उपकरण बनाने वाली कंपनी टेस्ला के संस्थापक व सीईओ एलन मस्क की कमाई 273 फीसदी यानी 64.4 अरब डॉलर बढ़कर 92 अरब डॉलर हो गई। जबकि उनकी कंपनी ने महामारी के छह माह और उससे पहले के छह माह को मिलाकर सालभर में 800 प्रतिशत की कमाई की है।
जैफ बेजॉस : 68% दौलत बढ़ी
दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन रिलेटर अमेजन और इसके संस्थापक ने महामारी में सबसे ज्यादा कमाई की। कंपनी के शेयरों में 40% की वृद्धि हुई और जैफ बेजॉस की संपत्ति 73.2 अरब डॉलर से बढ़कर 113 अरब डॉलर हो गई। तालाबंदी में ऑनलाइन ग्रॉसरी से लेकर दूसरे सामानों की बिक्री बढ़ने से यह वृद्धि हुई।
मार्क जुकरबर्ग : 75% बढ़ गई संपत्ति
फेसबुक के संस्थापक जुकरबर्ग सबसे ज्यादा कमाई करने वालों में दूसरे पायेदान पर हैं, उनकी संपत्ति 54.7 अरब डॉलर से बढ़कर 95.5 अरब डॉलर हो गई। यह वृद्धि 18 मार्च से 13 अगस्त के बीच हुई है।
राहत पैकेज का लाभ
अमेरिकी सरकार ने तालाबंदी से हुए नुकसान की भरपायी के लिए उद्योग जगत को राहत पैकेज दिया, जिससे वे कंपनियां भी आर्थिक संकट से उबर गईं जो लंबे वक्त से तंगी झेल रही थीं। एसएंडपी-500 कंपनी को कई साल तक नुकसान झेलने के बाद इस साल 54 प्रतिशत का लाभ हुआ।
सत्ता की ताकत से बढ़ी दौलत
इंस्टीट्यूट फॉर पॉलिसी स्टडीज के निदेशक चंक कोलिन्स का कहना है कि अमेरिका के 12 शीर्ष अरबपतियों की कुल संपत्ति एक खरब डॉलर के बराबर है। इस रिपोर्ट के परिणाम जनता द्वारा चुने गए नेताओं की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाते हैं। महामारी के दौर में अरबपतियों की कमाई में इतनी ज्यादा बढ़त होने का सीधा कारण यह है कि इन लोगों के हाथ में सत्ता की ताकत है। सरकारी नीतियां इन लोगों को विषम परिस्थितियों में भी फायदा पहुंचाती हैं जबकि आम लोगों की रोजी का साधन छिन जाता है।