मध्य प्रदेश के सीधी में एक पिता ने अपने जवान बेटे का शव न मिल पाने की वजह से उसका पुतला बना कर अंतिम संस्कार किया।
सीधी में एक व्यक्ति का बेटा तीन महीने से लापता था। अब पता चला कि बेटे की हत्या कर लाश नदी में फेंक दी गई। बेटे को खो चुके पिता को उसके अंतिम दर्शन तक नसीब नहीं हुए। मजबूर पिता ने बेटे का पुतला बना कर उसी पुतले का अंतिम संस्कार कर अपनी जिम्मेदारी निभाई।
मामला सीधी जिले के जमोड़ी थाना इलाके के पड़रा गांव का है। यहां रहने वाला 16 साल का अजित गौतम तीन महीने से लापता था। परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने मदद नहीं की। इस बीच परिवार को खबर लगी कि अजित की तो गांव के ही कुछ लोगों ने 18 जून को हत्या कर दी थी और उसकी लाश को ऑटो में भरकर चुरहट स्थित सोन नदी के पुल से नीचे फेंक आए थे।
जब पिता ने अपने बेटे की हत्या की खबर दी, तब कहीं जाकर पुलिस ने अजित के हत्यारों को गिरफ्तार किया। हालांकि पुलिस अजित गौतम का शव बरामद नहीं कर सकी। पुलिस ने आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि हत्या के बाद उन्होंने अजित की लाश सोन नदी में फेंक दी थी। नदी में काफी खोजबीन की गई पर लाश नहीं मिली।
जब अजित की लाश मिलने की उम्मीद खत्म हो गई तो परिवार ने पुतला बनाकर हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक उसका अंतिम संस्कार किया। पुलिस ने अजित की हत्या के आरोप में बलीकरण साकेत, लखन उर्फ राकेश साकेत, अभय साकेत और सुनील साकेत को गिरफ्तार किया है। मामला प्रेम प्रसंग का था। बलीकरण की बेटी से अजित की दोस्ती थी, जिस पर बलीकरण को आपत्ति थी। इसी वजह से उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अजित की लाठी-डंडों से पीटकर हत्या कर दी थी।