भूकंप के तेज झटकों से नेपाली धरती एक बार फिर से हिली है।
बुधवार की सुबह नेपाल में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.0 मापी गई है। भूकंप का केंद्र काठमांडू के पूरब में सिंधुपालचौक जिले के रामचे इलाके में था।
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, आज सुबह 5.19 मिनट पर यह भूकंप आया। फिलहाल भूकंप से किसी भी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है। भूकंप के झटके बाद लोग सहम गए और अपने घरों से बाहर निकल आए।
इस भूंकप के झटकों ने लोगों को 2015 भूकंप की याद दिला दी। 2015 में भूकंप से बड़ी तबाही हुई थी और करीब 10 हजार लोगों की मौत हुई थी। अभी जो भूकंप आया है, वह ज्यादातर देश के पश्चिमी हिस्से में महसूस किया गया है। 2015 में 7.9 की तीव्रता से जिस भूकंप ने तबाही मचाई थी, उसका भी केंद्र सिंधुपालचौक ही था। इसी जिले में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था।
भूकंप आए तो क्या करें
भूकंप के दौरान मकान, दफ्तर या किसी भी इमारत में अगर आप मौजूद हैं तो वहां से बाहर निकलकर खुले में आ जाएं। इसके बाद खुले मैदान की ओर भागें।भूकंप के दौरान खुले मैदान से ज्यादा सुरक्षित जगह कोई नहीं होती। भूकंप आने की स्थिति में किसी बिल्डिंग के आसपास न खड़े हों। अगर आप ऐसी बिल्डिंग में हैं, जहां लिफ्ट हो तो लिफ्ट का इस्तेमाल बिल्कुल न करें। ऐसी स्थिति में सीढ़ियों का इस्तेमाल करना ही उचित होता है।
भूकंप के दौरान घर के दरवाजे और खिड़की को खुला रखें। इसके अलावा घर की सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें। अगर बिल्डिंग बहुत ऊंची हो और तुरंत उतर पाना मुमकिन न हो तो बिल्डिंग में मौजूद किसी मेज, ऊंची चौकी या बेड के नीचे छिप जाएं। भूकंप के दौरान लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो पैनिक न करें और किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं, ऐसे में स्थिति और बुरी हो सकती है।