कोरोना संक्रमण के बीच जूनियर डॉक्टर लगातार काम कर रहे हैं। इसके बाद भी उन्हें 5 माह से स्टाइपेंड नहीं मिला है। इससे नाराज जूनियर डॉक्टरों ने बुधवार को गोबर बेचकर प्रदर्शन किया। डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना वॉरियर बोलकर उन्हें सम्मान तो देते हैं, लेकिन पैसे देने में पीछे रह जाते हैं। डॉक्टरों ने मंगलवार से काम बंद कर रखा है।
आयुर्वेदिक कॉलेज में कोविड अस्पताल बनाया गया है। यहां ड्यूटी कर रहे जूनियर डॉक्टर बाहर परिसर में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करते रहे। वहीं डॉक्टरों की इस हड़ताल से कोविड अस्पताल की व्यवस्था बिगड़ने लगी है। मरीजों को रात को ज्यादा समस्या आ रही है। वहीं डॉक्टर मांग पूरी हुए बिना काम पर लौटने को तैयार नहीं हैं।
डॉक्टर बोले- तीन माह से सरकार को ज्ञापन दे रहे, कोई सुनवाई नहीं
जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि हम सरकार को 3 महीने से ज्ञापन दे रहे हैं, लेकिन कार्यवाही नहीं हुई है। उन्होंने कहा, हम कल से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। विधायकों का भत्ता, पेशन बढ़ा रहे हैं। अभी गोधन न्याय योजना चल रही हैं। इसलिए हम भी आज गोबर बेचकर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे कुछ पैसे तो आएंगे।