मुंबई में सोमवार को फिर एक बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, सुबह 8 बजे भूकंप का झटका महसूस किया गया। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.5 रही। हालांकि, जान माल के नुकसान की खबर नहीं है। मुंबई में धरती कांपने के बाद कई लोग घरों से बाहर निकल आए। भूकंप का केंद्र मुंबई से 102 किलोमीटर उत्तर में था।
इससे पहले शुक्रवार देर रात मुंबई और नासिक में भूकंप के तीन झटके महसूस किए गए थे। मुंबई में शुक्रवार को आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.7 मापी गई थी। इसमें भी किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था।
रविवार को अंडमान और निकोबार में भी भूकंप आया
रविवार को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रविवार की सुबह-सुबह 6.38 बजे भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) के मुताबिक इसकी गहराई 82 किलोमीटर थी।
पालघर में कई महीने से आ रहे हैं भूकंप के झटके
पिछले कई महीनों से महाराष्ट्र के पालघर में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए जा रहे हैं, जिसकी तीव्रता 2 से 3.5 के बीच मापी गई है। हालांकि, उस भूकंप में भी किसी के हताहत होने या कोई नुकसान की खबर नहीं थी।
भारतीय उपमहाद्वीप में कई जगहों पर खतरा
भारत को भूकंप के क्षेत्र के आधार पर जोन-2, जोन-3, जोन-4 और जोन-5 में बांटा गया है। जोन-2 सबसे कम खतरे वाला और जोन-5 सबसे ज्यादा खतरे वाला जोन माना जाता है। जोन-5 में कश्मीर, पश्चिमी और मध्य हिमालय, उत्तर और मध्य बिहार, उत्तर-पूर्व भारतीय क्षेत्र, कच्छ का रण और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह आते हैं।
मध्य भारत कम खतरे वाले जोन-3 में आता है। जबकि, दक्षिण के ज्यादातर हिस्से सीमित खतरे वाले जोन-2 में आते हैं। वहीं, जोन-4 में जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, उत्तर बंगाल, दिल्ली, महाराष्ट्र शामिल हैं।