छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। सबसे ज्यादा बुरी स्थिति राजधानी रायपुर की है। इस पर रोक लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने रोजाना 2400 सैंपल टेस्ट करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए कोविड जांच केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई गई है, लेकिन समय और एंटीजन किट के अभाव में यह संभव नहीं हो पा रहा है।
स्वास्थ्य केंद्रों पर सिर्फ 4 घंटे ही जांच
स्वास्थ्य विभाग ने सर्दी-जुकाम, बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में मुफ्त जांच के लिए कहा है। इसके बाद संदिग्ध वहां पहुंच भी रहे हैं, लेकिन उन्हें निराश होना पड़ रहा है। जिला अस्पताल, टीबी अस्पताल सहित अन्य बड़े अस्पतालों में तो शाम 5 बजे तक जांच की जा रही है, लेकिन अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक ही हो रही है।
स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच रहे रोज 200 से ज्यादा संदिग्ध
स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी बताते हैं कि उन्हें 50 ही एंटीजन किट मिल रही है। जबकि रोजाना 200 से ज्यादा संदिग्ध मरीज पहुंच रहे हैं। मरीज एक-एक घंटे लाइन में खड़े रहते हैं, लेकिन उनका नंबर आने से पहले ही किट खत्म हो जाती है। स्वास्थ्य विभाग के अफसर कहते हैं कि 7 हजार किट मिले हैं। जहां कमी होती है, उसे पूरा किया जा रहा है।
कांटेक्ट ट्रेसिंग में लगी थी ड्यूटी, नदारद कर्मचारियों से 3 दिन में मांगा जवाब
कांटेक्ट ट्रेसिंग के काम में लापरवाही बरतने वाले 12 कर्मचारियों को नोटिस दिया गया है। इनकी ड्यूटी न्यू सर्किट हाउस में बने कंट्रोल रूम में लगी थी, लेकिन वहां गए ही नहीं। संयुक्त कलेक्टर राजीव पांडे ने इन कर्मचारियों को नोडल अफसर पद्मिनी भोई साहू के समक्ष पेश होकर 3 दिन में जवाब देने को कहा है। जवाब नहीं देने पर कार्रवाई की जाएगी।
रायपुर में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 18 हजार के पार
राजधानी रायपुर में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो बुधवार को ही 869 मरीज मिले हैं। इसके बाद आंकड़ा 18 हजार के पार निकल गया है। अब तक 18660 मरीज मिल चुके हैं। जबकि 11126 एक्टिव केस हैं। 210 मरीजों की मौत हो चुकी है। हालांकि, 7316 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।