उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद में उत्तर प्रदेश के बागपत में फर्जीवाड़ा कर आदर्श वैदिक विद्यालय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के रूप में कार्यरत शिक्षक पर फर्जीवाड़ा करके 19 साल नौकरी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई रिपोर्ट के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
आदर्श वैदिक विद्यालय इंटर कॉलेज कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य सुक्रमपाल सिंह तोमर की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया गया कि शिक्षक सहदेव सिंह चौधरी ने 1989 में शिक्षा शास्त्री की उपाधि ग्रहण की थी। मगर, विश्वविद्यालय में उनका कोई रिकार्ड नहीं मिला।
उसने विद्यालय में 28 दिसंबर 1991 में फर्जी तरीके से शिक्षक की नियुक्ति पाई। इस फर्जीवाड़े के चलते अध्यापक ने 19 साल तक शिक्षक के रुप में नौकरी की।
शिक्षा शास्त्री के प्रमाण पत्र में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी दर्ज है जबकि मार्कशीट में सच्चा अध्यात्म संस्कृत महाविद्यालय अरैल इलाहाबाद लिखा है। कोर्ट ने इसे कूटरचित मानते हुए थाना छपरौली में रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश जारी किए हैं।
उधर, कार्यवाहक थाना प्रभारी नरेश सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर सहदेव सिंह चौधरी निवासी मधुबन कॉलोनी, बड़ौत के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच कर रही है पुलिस