मुंबई को ‘पीओके’ कहने के विवाद के बीच एक्ट्रेस कंगना रनोट बुधवार दोपहर 2:45 बजे मुंबई पहुंचीं। इस दौरान एयरपोर्ट पर भारी हंगामा हुआ। उनके समर्थक और विरोधी आमने-सामने आ गए। लेकिन उन्हें वीआईपी गेट की बजाय दूसरे गेट से बाहर निकाला गया। वे एयरपोर्ट से सीधे खार स्थित अपने घर पहुंचीं। फिलहाल, एक्ट्रेस की सुरक्षा के लिए उनके घर के बाहर 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
इससे पहले, एयरपोर्ट पर शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कंगना के खिलाफ नारेबाजी की। उधर, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया और करणी सेना उनके समर्थन में उतर आई। इन पार्टियों के समर्थक एयरपोर्ट पर मौजूद थे।
इससे पहले बुधवार सुबह बीएमसी ने अवैध निर्माण को लेकर कंगना के ऑफिस पर बुलडोजर चलाया। सुबह 10.30 बजे शुरू हुई यह कार्रवाई दोपहर 12.40 बजे तक चली। इस कार्रवाई के दौरान ऑफिस के बाहरी हिस्से से बालकनी और अंदर के बने निर्माण को बुरी तरह से तोड़ा गया है। इस दौरान आसपास रहने वाले कुछ लोगों ने इस तोड़फोड़ का विरोध भी किया। हालांकि, बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। मामले में अगली सुनवाई गुरुवार 3 बजे होगी।
शरद पवार ने कहा- यह कार्रवाई गैर जरुरी थी
इस बीच, राकांपा प्रमुख शरद पवार ने इस कार्रवाई को गलत बताया। उन्होंने कहा कि मुंबई में और भी अवैध निर्माण हैं और यह कार्रवाई गैर जरुरी है। यह देखना होगा कि बीएमसी ने यह फैसला क्यों लिया। इस कार्रवाई से कंगना को बोलने का मौका मिला है। भाजपा नेता आशीष शेलार ने इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया है।
शिवसेना ने कहा- बदले की भावना से कार्रवाई नहीं की
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि हमने बदले की भावना से कोई कार्रवाई नहीं की है। शिवसेना कभी भी बदले की भावना से कोई कार्रवाई नहीं करती है। कंगना ने मुंबई के बारे में गलत कहा। शिवसेना कभी कटघरे में खड़ी नहीं होती है।