• Home
  • Disclamer
  • Programs
  • Bank Details
  • Contact us
Janlok India Times news
Advertisement
  • होम
  • मुख्य समाचार
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • कश्मीर
    • जम्मू
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
    • सिक्किम
  • बड़ी खबरे
  • दिल्ली एनसीआर
  • कोरोना
  • विदेश
  • राजनीति
  • विशेष
  • Youtube Channel
  • Live Tv
  • More
    • स्वास्थ्य
    • व्यापार
    • खेल
    • मनोरंजन
    • राशिफल
No Result
View All Result
  • होम
  • मुख्य समाचार
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • कश्मीर
    • जम्मू
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
    • सिक्किम
  • बड़ी खबरे
  • दिल्ली एनसीआर
  • कोरोना
  • विदेश
  • राजनीति
  • विशेष
  • Youtube Channel
  • Live Tv
  • More
    • स्वास्थ्य
    • व्यापार
    • खेल
    • मनोरंजन
    • राशिफल
No Result
View All Result
Janlok India Times news
No Result
View All Result
Home मनोरंजन

सुशांत को माँ की ज़रूरत थी…

Janlok india times news bureau by Janlok india times news bureau
July 1, 2020
in मनोरंजन
0
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

हर घर की ‘कीली’ स्त्री होती है. परिवार इसी कीली पर घूमता है. किशोरावस्था में बच्चे को यही अन्नपूर्णा अन्न को पीस और छान कर उसे भोजन-योग्य बनाती है. कहा जा सकता है कि इस उम्र के बच्चे दरांती में पड़े दानों जैसे होते हैं, उच्छृंखल, उदंड, और शोर मचाने वाले. लेकिन जब वे सुशासित मुद्रा में पिस कर आंटे में परिवर्तित होते हैं तब उनकी भूमिका सार्थक बन जाती है. इसी मंथन में कुछ दाने दरांती से बाहर निकल जाते हैं, जो झाड़-बुहार के साथ कूड़े में कूद जाते हैं. जिन्हें संस्कारित नहीं किया जाता है, वे कहीं भीगकर उग मिटटी में उग आते हैं, कहीं किसी पक्षी के पपोटे में जा पहुँचते हैं, कहीं वे सड़ भी जाते हैं.

हर घर की ‘कीली’ स्त्री होती है. परिवार इसी कीली पर घूमता है. किशोरावस्था में बच्चे को यही अन्नपूर्णा अन्न को पीस और छान कर उसे भोजन-योग्य बनाती है. कहा जा सकता है कि इस उम्र के बच्चे दरांती में पड़े दानों जैसे होते हैं, उच्छृंखल, उदंड, और शोर मचाने वाले. लेकिन जब वे सुशासित मुद्रा में पिस कर आंटे में परिवर्तित होते हैं तब उनकी भूमिका सार्थक बन जाती है. इसी मंथन में कुछ दाने दरांती से बाहर निकल जाते हैं, जो झाड़-बुहार के साथ कूड़े में कूद जाते हैं. जिन्हें संस्कारित नहीं किया जाता है, वे कहीं भीगकर उग मिटटी में उग आते हैं, कहीं किसी पक्षी के पपोटे में जा पहुँचते हैं, कहीं वे सड़ भी जाते हैं.


देखा गया है कि किशोरावस्था में बालक स्वप्नजीवी होता है. माँ की गोद और उसके आंचल की छाँह में वह आँखें मूंदकर सपने देखता है, उससे लिपटकर सुरक्षित महसूस करता है, गीली आँखों को माँ के आंचल से पोछ लेता है, मन के भीतर के संशय और रहस्यों को आंचल के साये से बाहर नहीं जाने देता है. माँ उसके हर राज़ों परिचित होती जाती है, कालांतर तक वह उसकी दोस्त बन जाती है, खतरों के समय की ढाल और उसके विकास की सीढ़ी भी.

वह भूख में माँ के कान में फुसफुसाता है कि उसे क्या चाहिए. माँ ही तो है जिसका मुंह देखकर बच्चा विकसित होता है. उसके चेहरे का तनाव बच्चे का तनाव बन जाता है. उसकी ख़ुशी बच्चे के स्वभाव का आनंद बन जाती है.
लोग अकसर बच्चों को ‘ममाज़-ब्वाय’ कहते हैं. सुशांत राजपूत भी अपनी मां का ‘ममाज़ ब्वाय’ ही तो था. वह हर लड़की में अपनी माँ को ही तो तलाशता रहता था. आखरी पत्र में भी तो उसने अपनी माँ को ही सम्बोधित कलिया था.
16 साल की उम्र क्रूशल होती है. उस उम्र में सुशांत को माँ की ज़रूरत थी. लेकिन वह दिवंगत हो गई. एक सच्चा दोस्त सुशांत की ज़िन्दगी से अकस्मात् चला गया. अब वह किसी से कुछ भी नहीं कह सकता था, पिता से भी नहीं. पिता में माँ कहाँ दिखाई देती है? वह तो एक अदृश्य भय होता है.
एक घटना मेरे परिवार में घटी. मेरा एक ममेरा भाई था. ‘ममाज़ ब्वाय’, मेधावी, लम्बी उड़ान का पंछी. वह, पता नहीं किस आसमान को छूना चाहता था. मामी समझती थीं. इसीलिए वह माँ का दुलारा था.
तब, उसकी उम्र भी 16 साल की थी. 3 बड़े भाई थे. हाईली-क्वालीफाईड. मैं उन दिनों एमए का छात्र हुआ करता था. उन्हीं दिनों मामी की ह्रदय-गति रुक जाने से अकस्मात् मृत्यु हो गई. एक गहरा आघात था. मामी के दिवंगत होते ही मेरा ममेरा भाई तनहा हो गया. बड़े बाप का बेटा था, ऐसे परिवारों में अपने आपमें भी अहंकार होता है. ममेरा भाई भी सबके बीच सहज न हो सका.

मामी होतीं तो वह पहले जैसा ही सहज, सौम्य और हंसमुख होता. लेकिन उस घर में अब कोई भी सहज नहीं था. किसी ने भी उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया. प्रोफ़ेसर पिता खाने की टेबिल पर औपचारिक-मात्र बात करते, इतिहास, राजनीति और साम्यवाद पर बातें करते, लेकिन ममेरा भाई गर्दन झुकाये या शून्य में किसी बिंदु पर खुद को अटकाए निवाले को चूसता रहता, फिर एकदम झटके से उठकर डायनिंग से बहार निकल जाता. फिर सब लोग भी अपने-अपने कमरों में लौट जाते.
हॉस्टल से मैं आता तो ममेरा भाई मुझे अपने कमरे में ले जाता, मेरे सामने ही सिगरेट को ख़ाली कर उसमें चरस भरकर पीने लग जाता. मैंने देखा, कुछ दिनों बाद वह ड्रग्स भी लेने लगा था. घर के बड़ों को मालूम हो चुका था. लेकिन किसी ने उसपर ध्यान नहीं दिया. यहां तक कि ममेरा भाई अब स्वतःअडिक्ट होता चला गया.
वह नशे में रोता, मामी को याद करता, उनसे शिकायतें करता कि वह भूखा रहता है, कोई उसका ख्याल नहीं रखता है….उसे अकेले कमरे में डर लगता है. वह कहता, ‘मम्मा! मुझे अपने पास बुला लो.’ जिस दिन वह स्वप्न में अपनी मम्मा को देखता तो उसदिन नाहा-धोकर वह मेरी फैकल्टी में आकर वहां से मुझे अमीरनिशा लेजाता, मेरे साथ वहीं नाश्ता करता और फिर……?
उस दिन ममेरा भाई शाम तक सोता रहा. शाम को ही किसी ने देखा, उसके कमरे से धुंआ फूट रहा है. लोग दौड़ पड़े, देखा, धुएं से भरा कमरा, उसमें ममेरा भाई लिहाफ लपेटे सो रहा है, उसकी उँगलियों में सिगरेट सुलग रही है. सिगरेट के गुल से लिहाफ की रुई भी सुलग चुकी है. हर तरफ भगदड़ मच गई. एम्बुलेंस आ गई. पता चला, उसके पीठ की जिल्द जल गई थी. एक माह लगा उसे सुधरने में. तीन माह लगे स्वस्थ होने में. मामू ने उसे कुछ महीनों बाद दिल्ली से अब्रॉड भेज दिया. उसके बाद वह आज तक भारत नहीं लौटा.
सुशांत के विकास में भी निश्चय ही माँ का खालीपन रहा है. उसका अकस्मात् दुनिया से जाना अजीब सा लगता है लेकिन सच तो यही है. पुलिस की तफ्तीश में क्या निकलता है यह तो चार्जशीट से ही पता चल सकता है.

-रंजन ज़ैदी

Tags: Bollywood
Previous Post

क्या अखिलेश के रास्ते पर योगी सरकार ?

Next Post

ऐ बाबू बताना

Janlok india times news bureau

Janlok india times news bureau

Next Post

ऐ बाबू बताना

  • Trending
  • Comments
  • Latest
नोएडा: बाथरूम में नहा रही लड़की का वीडियो बनाया, विरोध करने पर पीटा

नोएडा: बाथरूम में नहा रही लड़की का वीडियो बनाया, विरोध करने पर पीटा

December 23, 2020

हिमाचल प्रदेश

January 8, 2020

सब्ज़ी मेकर (लघुकथा)

October 28, 2019

डॉ. गोपालदास सक्सेना ‘नीरज’

January 13, 2020

बावरा मन

0

शब्दों का सफर

0

सब्ज़ी मेकर (लघुकथा)

0

सिक्किम

0
लोन के बोझ से परेशान युवक ने की आत्महत्या, मां और भाई भी हैं दिव्यांग

लोन के बोझ से परेशान युवक ने की आत्महत्या, मां और भाई भी हैं दिव्यांग

July 30, 2025
हाईटेंशन तार की चपेट में आने से बुझा घर का इकलौता चिराग, सदमे में परिवार

हाईटेंशन तार की चपेट में आने से बुझा घर का इकलौता चिराग, सदमे में परिवार

July 30, 2025
पुलिस ने रुकवाया महिला का अंतिम संस्कार, श्मशान से पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव, जानें पूरा मामला

पुलिस ने रुकवाया महिला का अंतिम संस्कार, श्मशान से पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव, जानें पूरा मामला

July 30, 2025
धारदार हथियार से पत्नी का गला काटा, मां को खून से लथपथ देख चीख उठा मासूम

धारदार हथियार से पत्नी का गला काटा, मां को खून से लथपथ देख चीख उठा मासूम

July 30, 2025

लेटेस्ट न्यूज़

लोन के बोझ से परेशान युवक ने की आत्महत्या, मां और भाई भी हैं दिव्यांग

लोन के बोझ से परेशान युवक ने की आत्महत्या, मां और भाई भी हैं दिव्यांग

July 30, 2025
हाईटेंशन तार की चपेट में आने से बुझा घर का इकलौता चिराग, सदमे में परिवार

हाईटेंशन तार की चपेट में आने से बुझा घर का इकलौता चिराग, सदमे में परिवार

July 30, 2025
पुलिस ने रुकवाया महिला का अंतिम संस्कार, श्मशान से पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव, जानें पूरा मामला

पुलिस ने रुकवाया महिला का अंतिम संस्कार, श्मशान से पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव, जानें पूरा मामला

July 30, 2025
धारदार हथियार से पत्नी का गला काटा, मां को खून से लथपथ देख चीख उठा मासूम

धारदार हथियार से पत्नी का गला काटा, मां को खून से लथपथ देख चीख उठा मासूम

July 30, 2025
Janlok India Times news

Janlokindiatimes.com : is one of the best news channel in delhi/ncr

Follow us

  • facebook
  • x
  • instagram

Browse by Category

  • Top News
  • Uncategorized
  • उत्तर प्रदेश
  • उत्तराखंड
  • कथा-कहानी
  • कविता
  • कश्मीर
  • खेल
  • ग़ज़ल
  • जम्मू
  • दिल्ली एनसीआर
  • पश्चिम बंगाल
  • बड़ी खबरें
  • बिहार
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • मनोरंजन
  • महाराष्ट्र
  • महिला
  • मीडिया
  • मुख्य समाचार
  • युवा
  • राजनीति
  • राजस्थान
  • राज्य
  • राशिफल
  • विदेश
  • विशेष
  • वीडियो गैलरी
  • व्यंग्य
  • व्यापार
  • सिक्किम
  • स्वास्थ्य
  • हरियाणा
  • हिमाचल प्रदेश

अभी अभी

लोन के बोझ से परेशान युवक ने की आत्महत्या, मां और भाई भी हैं दिव्यांग

लोन के बोझ से परेशान युवक ने की आत्महत्या, मां और भाई भी हैं दिव्यांग

July 30, 2025
हाईटेंशन तार की चपेट में आने से बुझा घर का इकलौता चिराग, सदमे में परिवार

हाईटेंशन तार की चपेट में आने से बुझा घर का इकलौता चिराग, सदमे में परिवार

July 30, 2025
पुलिस ने रुकवाया महिला का अंतिम संस्कार, श्मशान से पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव, जानें पूरा मामला

पुलिस ने रुकवाया महिला का अंतिम संस्कार, श्मशान से पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव, जानें पूरा मामला

July 30, 2025
धारदार हथियार से पत्नी का गला काटा, मां को खून से लथपथ देख चीख उठा मासूम

धारदार हथियार से पत्नी का गला काटा, मां को खून से लथपथ देख चीख उठा मासूम

July 30, 2025
  • Home
  • Disclamer
  • Programs
  • Bank Details
  • Contact us

Copyright © 2020 Janlokindiatimes.com | This is Owned By Janlok India Times

No Result
View All Result
  • होम
  • मुख्य समाचार
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • कश्मीर
    • जम्मू
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
    • सिक्किम
  • बड़ी खबरे
  • दिल्ली एनसीआर
  • कोरोना
  • विदेश
  • राजनीति
  • विशेष
  • Youtube Channel
  • Live Tv
  • More
    • स्वास्थ्य
    • व्यापार
    • खेल
    • मनोरंजन
    • राशिफल

Copyright © 2020 Janlokindiatimes.com | This is Owned By Janlok India Times

error: Content is protected !!
  • →
  • WhatsApp
  • Live TV Live TV