उत्तर प्रदेश की सरकार ने बोर्ड परीक्षा के टॉपर्स पर सुविधाओं की बौछार कर दी है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने कहा है कि यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षा के टॉपर्स को एक लाख रुपये, एक लैपटॉप और बच्चों के घर तक पक्की सड़क का निर्माण करवाया जाएगा। डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि टॉपर्स के घर जाने वाली सड़क का नाम भी बच्चों के नाम पर ही रखा जाएगा। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जिन छात्र-छात्राओं के घर तक पक्की सड़क नहीं है, पीडब्ल्यूडी विभाग उनके घर तक सड़क बनवाएगा।
इस योजना का लाभ 20-20 छात्र-छात्राओं को दिया जाएगा। आपको बता दें कि पिछली समाजवादी पार्टी की सरकार ने बोर्ड परीक्षा पास करने वाले लाखों बच्चों को लैपटॉप बांटे थे। उससे पहले छात्राओं को साइकल देने की योजना भी यूपी में चलाई गई थी।
इन योजनाओं का मकसद छात्रों को प्रोत्साहित करना होता है। फिर चाहे वे स्टूडेंट्स यूपी बोर्ड के हों, सीबीएसई बोर्ड के हों या फिर आईसीएसई बोर्ड के हों। उत्तर प्रदेश के जो भी 20 बच्चे लिस्ट में आएंगे, उनके नाम से सड़क बनेगी। यूपी बोर्ड के 10वीं में 83.31 फीसदी और 12वीं में 74.63 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए हैं। हाईस्कूल 10वीं में बड़ौत-बागपत की रिया जैन ने 96.67 फीसदी मार्क्स के साथ टॉप किया है। जबकि इंटरमीडिएट 12वीं में बड़ौत-बागपत के अनुराग मलिक ने 97 मार्क्स के साथ टॉप किया है। 10वीं और 12वीं के टॉपर एक ही स्कूल से हैं।
इस वर्ष 10वीं और 12वीं दोनों का रिजल्ट पिछले साल से अच्छा रहा है। सोचने वाली बात है जब सरकार विपक्ष में होती है तो इन ही योजनाओं की खिलाफ दिखती है और आज खुद वही करने जा रही। चलिये अपने एलानों में अपने ये तो माना कि कच्चे रास्ते आज भी है। पर सरकार ये बताएं की छात्र तो हर साल टॉप करेगें मतलब अगले साल सड़को का नाम फिर बदला जाएगा? सवाल तो एक ये भी है कि क्या गरीबी से लड़ रहे वो बच्चे जिनके घर शायद ए सी व कूलर भी नही वो लैपटॉप लेकर करेगे क्या? या फिर बीजेपी भी अपने चुनाव प्रचार प्रसार के लिए एप्प डालेगी अपनी योजनाएं बतायेगी।