आयुष्मान खुराना और अमिताभ बच्चन स्टारर फिल्म गुलाबो सिताबो अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हो चुकी है। डायरेक्टर शूजित सिरकार की बनाई इस कॉमेडी ड्रामा फिल्म में क्या है खास और इसे आपको क्यों देखना चाहिए।
वैसे तो फिल्म में शुरू से लेकर अंत तक अमिताभ बच्चन छाए हैं और मिर्जा के किरदार को बड़ी ही खूबसूरती से उन्होंने पेश किया है। अमिताभ ने अपनी चिर-परिचित आवाज को बदलने से लेकर कूबड़ निकालकर मिर्जा के किरदार को जीवंत कर दिया है।
वहीं अब तक हमेशा दिल्ली के लौंडो वाले किरदार निभाने वाले आयुष्मान खुराना इस बार एक देहाती किरदार निभा रहे हैं। लखनऊ के एक दुकानदार का लहजा और बॉडी लेंग्वेज उन्होंने बखूबी पकड़ा है।
बाकी कलकारों में बृजेश काला और विजय राज ने अपने अभिनय से फिल्म में हास्यरस डाला है, लेकिन फिल्म का मुख्य आकर्षण है बेगम के किरदार में अभिनेत्री फारुख जाफर। पीपली लाइव में आपने इन्हें देखा था और ये मुजफ्फर अली की फिल्म उमराव जान का भी हिस्सा रह चुकी हैं। फिल्म में कोई मुख्य हीरोइन नहीं लेकिन आयुष्मान की बहन गुड्डो के किरदार में कई वेब सीरीज में दिखने वालीं सृष्टि श्रीवास्तव का अभिनय काफी जानदार है। वहीं पर आयुष्मान के साथ उनकी प्रेमिका फौजिया के किरदार में दिखी हैं लखनऊ रंगमंच की कलकार पूर्णिमा श्रीवास्तव, जिनका रोल छोटा लेकिन मजेदार है।
निर्देशन शूजित सिरकार का कसा हुआ निर्देशन फिल्म की खासियत है। एक बेहद सपाट कहानी को कैसे अपने सीन्स से मजेदार बनाया। एक और खास बात इस पुरुष प्रधान फिल्म में ये है कि महिला किरदारों को काफी सशक्त दिखाया है। यूं तो फिल्म की कहानी अमिताभ और आयुष्मान के इर्द-गिर्द घूमती है, लेकिन ये किरदार मूर्खता भरे हैं।
वहीं पर महिला किरदारों को तेज तर्रार और बुद्धिमान दिखाया गया है, फिर चाहे वो बेगम हो, गुड्डो हो या फिर वो आयुष्मान की प्रेमिका फौजिया। मिर्जा, हवेली पर कब्जा करने और किराएदारों को भगाने के लिए हर तिकड़म लगाता है, लेकिन कोर्ट कचेरी का चक्कर उससे फंसा देता है, तभी पुरातत्व विभाग भी एक नेता के लिए हवेली पर कब्जा करने आ जाते है और बांके भी एक बिल्डर को ले आता है। ऐसे में हवेली किसे मिलेगी और कौन हाथ मलता रह जाएगा, यही देखने वाली बात है।