करूं वंदना तुम्हारी।
मां सरस्वती हमारी॥
शिक्षा का दान दे दो।
यही प्रार्थना हमारी॥
करूं वंदना…
आंखों की ज्योति हो तुम।
हो शुद्धता का चंदन॥
मन में हमारे आकर।
करो आत्मा का मंथन॥
बुद्धि का दान दे दो।
यही प्रार्थना हमारी॥
करूं वंदना…
वाणी मधुर बनाओ।
सुरों से उसे सजाओ॥
हो मंत्र रूप में तुम।
हर कंठ को सजाओ॥
स्वरों का दान दे दो।
यही प्रार्थना हमारी॥
करूं वंदना…
दीपिका माहेश्वरी