ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों का राजनीति में सिर्फ शोषण किया जाता है लेकिन अब बदलाव की बारी है। मुसलमानों, अब तुम किसी को नेता बनाने के बजाय खुद नेता बनो। 19 प्रतिशत मुसलमान दूसरे दलों का गुलाम बनकर रह गया है और नौ प्रतिशत यादव अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाते हैं। एक होकर और अपने समाज को बढ़ाकर ही हमारा हक मिलेगा। जनसभा में ओवैसी सभी राजनीतिक दलों को आड़े हाथों लिया।
ओवैसी गुरुवार को चंदना स्थित इमामबाड़ा मैदान पर जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अपने वाम और उसके हक बुलंदी के लिए काम करो। भाजपा की योगी और मोदी सरकार सेक्युलिजम को कमजोर करने का कार्य कर रही है। वजीरे आला नरेंद्र मोदी धीरे-धीरे देश को हिन्दू राष्ट्र में तबदील करने की तैयारी कर रहे हैं। देश में मुसलमानों की मौतों का वीडियो बनाकर वायरल कर हमारी हिम्मत को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार दंगाइयों की पर्दे के पीछे से मदद कर रही है। यही हुआ बाराबंकी में जब रामसनेहीघाट में बनी 100 साल पुरानी मस्जिद को शहीद कर दिया गया। एक एसडीएम द्वारा यह गुस्ताखी इसलिए की गई कि उसे अजान अच्छी नहीं लगती थी। यह खेल मुख्यमंत्री योगी ने करवाया। बीच में भाजपा में बदलाव होना था, योगी को मुख्यमंत्री पद से हटाना था, तो उस बाबा ने एसडीएम को आगे कर मस्जिद को शहीद करवाकर सरगर्मी तेज कर दी। एसडीएम पर कार्रवाई करने के बजाय सीडीओ बना दिया गया।
सीएए और तीन तलाक का कानून मोदी बना रहे हैं, जो खुद की पत्नी को छोड़ दिया। अखिलेश सरकार मुसलमानों को सिर्फ वोट के लिए गुलाम बनाकर रखा है। मुख्यमंत्री बनने पर यादवों से मुसलमानों के कब्रिस्तानों पर कब्जा कराते हैं। इसलिए मुसलमान भाइयों, 70 साल से दूसरे लोगों को नेता बनाते हो, अब जागो एक हो और खुद में नेतृत्व करने की ताकत पैदा करो और खुद नेता बनो।
मुझे भाजपा का एजेंट कहकर बदनाम किया जा रहा है। बीते चुनाव में सपा, बसपा व कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा। फिर क्यों हारे सभी, तब मैं तो बाराबंकी भी नहीं आया। 28 बार मेरा बाराबंकी आने का कार्यक्रम रद्द किया गया। इसके पीछे का कारण यह है कि मेरे आने से मुसलमान जाग जाएंगे और सबकी दुकानें बंद हो जाएंगी। ओवैसी 2022 में मुसलमानों को खुद नेता बनने का संकल्प दिला गए।
चाय पार्टी को बना दिया चुनावी जनसभा
ओवैसी के कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी गई थी। पार्टी के पदाधिकायिों ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात और चाय पार्टी करने की मंजूरी ली। गुरुवार को बड़े से मैदान में बाकायदा मंच बनाकर चुनावी जनसभा करा दी गई। कार्यक्रम में सैकड़ों की भीड़ जुटी जबकि जिला प्रशासन द्वारा सिर्फ 50 लोगों की अनुमति दी थी। चुनावी जनसभा में सीतापुर, अतरौला व लखनऊ समेत कई जिलों के लोग पहुंचे थे।
अजान शुरू हुई तो बंद कर दिया भाषण
असदुद्दीन ओवैसी अपने अंदाज में बाराबंकी की चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। लोग जोशीले भाषण पर तालियां बजाकर उनका हौसला बढ़ा रहे थे कि अचानक दोपहर की अजान शुरू हो गई। अजान ओवैसी के कानों में पड़ी तो उन्होंने माइक रख दिया और मंच पर बैठ गए। अजान खत्म होने के बाद फिर से लोगों को संबोधित करना शुरू कर दिया।